#100sareepact
#साड़ीसूक्त
#saree4

आज साड़ी के साथ-साथ बात एक बेटे की अपनी माँ को बेहतर देखने की ख्वाहिश की भी …..
मई १५ में एक कांफ्रेंस के लिए चेन्नई जाना हुआ जैसे Jaya Pandey और Soma Roy को पता चला दोनों ने मुझे ताकीद की.. कि मै चेन्नई में नल्ली ज़रूर जाऊं और वहां से साड़ियाँ भी खरीदूं , हालाँकि समय कम था और चेन्नई मेरे लिए नया शहर, सो जाना ज़रा मुश्किल काम था पर दोस्तों का हुक्म वो भी साड़ी के बारे में टालना और भी मुश्किल था सो नल्ली गयी भी और साड़ी भी खरीदी .
किसी साड़ी प्रतिष्ठान में “साड़ी दिखाईये” कहने के साथ ही सेल्समैन जो इन्टेरोगेशन शुरू करता है उससे मुझे बड़ी कोफ़्त होती है . “ कितने रेंज की चाहिए ? “ , “ कोई खास रंग चाहिए क्या ? “ , “ पैटर्न का कुछ आईडिया बताइए ?” जैसे कई सारे सवाल कभी कभी मन करता है कि एक आवेदन तैयार करके ले जाना चाहिए

“ सनम्र निवेदन है कि मै फलां अवसर के लिए एक अमुक रंग की साड़ी लगभग २००० से ३००० कीमत तक फलां बॉर्डर, फलां पल्लू, फलाने –फलाने सीरियल की अमुक पात्र जैसी स्टाइल वाली खरीदना चाहती हूँ . पसंद आने पर उल्लेखित कीमत से ज्यादा की राशि का भुगतान करने में भी सक्षम हूँ . सुलभ सन्दर्भ के लिए मेरा बैंक अकाउंट स्टेटमेंट संलग्न है . यदि पात्र पाते हों तो कृपया अपने प्रतिष्ठान से एक साड़ी खरीदने का सुअवसर प्रदान कर अनुग्रहित करने का कष्ट करें . धन्यवाद !! “

क्योंकि साड़ी खरीदने के लिए मेरे तो दो ही पैमाने हैं एक तो साड़ी का कपड़ा आरामदेह होना चाहिए और दूसरा रंग और पैटर्न एक नज़र में मन को भा जाना चाहिए ..तो बस इसी पैमाने पर परख कर नल्ली से एक फिरोजी रंग की चौड़े काले बॉर्डर और सिल्वर जारी के पल्लू वाली कांजीवरम सिल्क साड़ी “ बेहद पसंद है ” वाले अंदाज़ के साथ खरीदी गयी और संयोग से एक रिश्तेदार कि शादी में पहने का अवसर भी ज़ल्द ही मिल गया .
शादी में बारात वाले दिन ये कांजीवरम साड़ी पहनना मैंने तय किया था, जब साड़ी और ज्वेलरी पहनने के लिए निकाली तो बेटे ने देखते से खारिज कर दी “ कोई और साड़ी नहीं लाये हो क्या आप ? सब लोग कितनी सुन्दर चमक वाली साड़ी पहने हैं , आपकी साड़ी एकदम प्लेन है , कुछ और पहनिए ये अच्छी नहीं है ….”
“ मेरे पास तो यही साड़ी है …”
“ इसके साथ ज्वेलरी क्या पहनोगी ? “ मैंने उसे शान से अपना सिल्वर गोल्ड पर डायमंड और नीलम का एक मैचिंग सेट दिखाते हुए कहा –“ ये देखो ..ये परफेक्ट मैच कर रहा है अच्छा है ना ? “ ज़वाब में उसने मुझे सलाह दी कि मुझे उसकी नानीजी या मौसी से लेकर कोई साड़ी और ज्वेलरी पहन लेना चाहिए क्योंकि मेरे पास तो औरों की तुलना में कुछ भी आज पहनने लायक नहीं है . थोड़ी बातचीत के बाद वह इस बात के लिए मन मार कर तैयार हुआ कि भले ही मै आज ये पहन लूँ लेकिन वापस जा कर मुझे कुछ अच्छी साड़ियाँ और ज्वेलरी खरीदना चाहिए ताकि अगली बार मै भी सबकी तरह सुन्दर साड़ी और जेवर पहन सकूँ. उसे उदास देख कर मुझे भी निराशा हुयी. कई बार साड़ी को उलटपुलट कर देखा, आईने के सामने खुद पर लगा कर भी देखी मुझे तो ठीक ही लग रही थी … पैसे बर्बाद तो नहीं हो गए ?? गलत साड़ी तो नहीं पसंद करली??.. सोचते हुए तैयार हो मेरिज हाल में पहुंची तो माजरा समझ में आया सारा लॉन लाल, पीली , सिंदूरी, गुलाबी, मैरून जैसे पारंपरिक रंगों और भारी एम्ब्राडरी वाली साड़ियों , लहंगा-चुन्नियों से भरा हुआ था , भारीभरकम जेवरों से लकदक दुल्हन जैसी महिलाओं के बीच दुल्हन को तलाश पाना लगभग मुश्किल ही था यदि वो अलग से मंच पर ना बैठी होती . एक १० साल के बच्चे का इस सब चमक दमक से प्रभावित हो जाना स्वाभाविक ही है …ऐसा मै सोच ही रही थी …. . तभी बारात की गहमागहमी के बीच अचानक ही दो छोटे हाथों ने मुझे अपने घेरे में लेते हुए खुद से सटा लिया और वो उतरे चहरे वाली निराश आवाज़ मुझसे चहकते हुए बोली “ mumma you are looking so beautiful and different too …not like others…..ur saree is very pretty …its an unique colour .” उसका दमकता चेहरा देख मेरे पैसे वसूल हो गए थे ….