#100sareepact
#साड़ीसूक्त
#saree3

ये दिन भी और दिनों कि तरह ही था रोज़ की तरह ऑफिस के लिए तैयार होने से पहले कपड़ों की अलमारी के सामने खड़े होकर ज़द्दोज़हद वाला कि ये या वो या फिर ये …, सोचते हुए आखिर मैंने एक साड़ी पहनने का तय किया . बहुत पहले कभी खरीदी गयी ये साड़ी शायद बस एक बार ही पहनी गयी थी, कब ?? ये भी ठीक से याद नहीं है . खरीदते समय ज़रूर मैंने अतिरिक्त उत्साह दिखाते हुए ” बेहद पसंद है” कहते हुए खरीद ली थी … डार्क मैरून रंग पर बसंती पीला बॉर्डर ओर क्रीम कलर के रेशमी धागे से पल्ले पर बनी मोटिफ के कारण ओड़िसा कॉटन की यह साड़ी पहली नज़र में ही मुझे भा गयी थी पर पहनने के लिए वैसा उत्साह मैंने अब तक नहीं महसूस किया ..( सभी महिलाएं शायद ऐसा ही करतीं हैं : ) )
तो बस पूरी जतन से साड़ी पहन कर ऑफिस पहुँच गयी …

ऑफिस पहुँचते ही सारे स्टाफ को यूनिफार्म में देख कर याद आया आज तो शुक्रवार है यूनिफार्म डे ..ओह !! अब क्या खुद कार्यालय प्रमुख होकर यूनिफार्म में नहीं हूँ . खुद को समझाया कोई बात नहीं एकाध बार भूल होने से चलता है और ऑफिस के काम में लग गयी पर बात यहीं ख़त्म नहीं हुयी थी थोड़ी ही देर में एक कंपनी कमांडर ने सूचित किया कि आटोमेटिक टारगेट के डेमो की तैयारी हो गयी है और मुझे ग्राउंड पर जा कर डेमो देखना है, सब इंतजार कर रहे हैं . साड़ी पहन कर ग्राउंड पर ?? कितना अजीब लगेगा ?? वो भी वेपन्स के साथ ?? सोच कर ही मेरी हंसी छूटने को हो आयी . खुद पर गुस्सा भी आ रहा था कैसे मै भूल गयी कि आज शुक्रवार है . एक बारगी मन किया कि मना कर दूँ , पर ये और भी अनप्रोफेशनल रवैय्या होता क्योंकि आज डेमो का समय मेरी ही सहमती से तय किया गया था . कंपनी के प्रतिनिधि इस डेमो के लिए विशेष तौर पर आये थे …सो तय किया ये भी सही आखिर गलती भी तो मेरी ही थी …

लेकिन जब ये फोटोग्राफ्स देखे तो सारी उहापोह ..सारी झल्लाहट छूमंतर हो गयी ..लगा जो हुआ ठीक ही हुआ …